कुतर्कों के किंग "ऋषि कपूर "-Rishi Kapoor The King Of Trolls

कुतर्कों के किंग "ऋषि कपूर "-Rishi Kapoor The King Of Trolls
वैसे तो साल 2016 शुरू से ही धमाकेदार रहा लेकिन साल के अंत में कुछ ज्यादा ही धमाके हुए, इन सब में हालाँकि नोटबंदी सबसे ऊपर रहा लेकिन एक और खबर ने लोगों का ध्यान खूब खिंचा वो है बॉलीवुड की फेमस जोड़ी करीना और सैफ अली खान के नवजात जन्मे बच्चे के नाम लेकर. जैसा कि आप जानते हैं करीना और सैफ ने अपने बेटे का नाम "तैमूर अली खान" रखा है.
हालाँकि जैसे ही बच्चे के नाम की खबर बाहर आयी तमाम लोगों ने उस पर प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दी जिसमें ज्यादातर नकारात्मक ही थी. बच्चे के नाम को लेकर तमाम जोक्स तथा कोटेसन बने, लोगों ने जम कर अपनी भड़ास निकाली. और शायद जनता गलत भी नहीं थी, क्योंकि की ये वही जनता है जो इन फ़िल्मी सितरों की दीवानगी में न जाने कितने खतरनाक कदम उठाती है. इनकी ख़ुशी में खुश होती है तो इनके गम में उदास इनकी एक झलक पाने के लिए धक्का -मुक्की भी सहने को तैयार रहती है. तो फिर इन सितारों का फ़र्ज़ क्यों नहीं बनता की  वो इन फैंस जिनके बल पर वो स्टार हैं उनके भावनाओं का ख्याल रखे. नीजी ज़िन्दगी के नाम पर वो अपनी ज़िम्मेदारी से कैसे भाग सकते हैं. खैर इतने बवाल के बाद भी खान दंपत्ति की तरफ से कोई सार्वजानिक बयान नहीं आया. लेकिन ‘तैमूर' के नाम को लेकर ट्विटर पर हो रही ट्रोलिंग से करीना के चाचा ऋषि कपूर बेहद अग्रेसिव दिखे थे.

 ऋषि कपूर ने तैमूर के नाम की आलोचना करने वाले लोगों पर भड़कते हुए कहा था स्टार दंपति अपने नन्हे बच्चे का नाम क्या रखते हैं, इससे किसी को कोई मतलब नहीं होना चाहिए. और बकवास करने वालों को ट्वीटर पर ब्लॉक कर दिया जायेगा. कुछ दिनों बाद ये मुद्दा दब गया था. लेकिन फिर से ऋषि कपूर ने इसे हवा दे दी है. और अपने कुतर्कों से अपनी बात सो सच साबित करने का प्रयास किया है और इसके लिए उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर जॉन्टी रोड्स का सहारा लिया है.
आपको बताते चलें कि पिछले साल पूर्व दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर जॉन्टी रोड्स को बेटी हुयी थी. और उन्होंने उसका नाम 'इंडिया' रखा था. इस खिलाडी ने भारत कि संस्कृति के प्रति कृतज्ञता         
दर्शाते हुए कहा था कि वो  भारत के कल्‍चर, लव, इमोशंस से बेहद प्रभावित हैं. यहां के लोग एकदूसरे के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं. और इस देश की खासियत है समृद्ध संस्कृति, परंपरा और विरासत की विविधता. इस देश के लोग मुझ जैसे प्राणी पर भी जान छिड़कते हैं जो मुझे बहुत आकर्षित करता है. मैं चाहता था कि मेरी बेटी भी ऐसा ही महसूस करे तो इसलिए मैंने भी अपनी बेटी का नाम 'इंडिया' रखा. 
जॉन्टी रोड्स ने तो अपनी भावनाएं बता दी, तो  क्या ऋषि बताएँगे की तैमूर नाम रखे जाने के पीछे भी यही भावनाएं है. क्या वो नन्हा बालक जो अभी इस दुनिया को ठीक से देख भी नहीं पाया वो भी खुद को "तैमूर" की तरह महसूस करे.
बे -शक हर माँ - बाप को अधिकार होता है अपने बच्चे के बारे में सोचने का लेकिन 1 अरब आबादी वाले इस देश में जहाँ आपके हर कदम से लोग प्रभावित होते है वहां लोगों की भावनाओं को दरकिनार नहीं किया जा सकता. और ऋषि कपूर जैसे लोगों के मुँह से तो बिलकुल भी सोभा नहीं देता कि लोग अपने काम से काम रखे. क्योंकि ये वही ऋषि कपूर जो ट्विटर पर किसी के कपड़े, मोटापे, रंगरूप को लेकर मजाक उड़ाते रहते है. और जब अपनी बारी आयी तो फॉलोवर्स को धमका रहे हैं.
-विंध्यवासिनी सिंह 


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